NEET Kya hoti hai : NEET (National Eligibility cum Entrance Test) एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा होती है जो भारत में मेडिकल (MBBS/BDS) कोर्स के लिए एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा उन सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य होती है जो भारत के किसी भी चिकित्सा महाविद्यालय में एडमिशन लेना चाहते हैं। NEET परीक्षा कार्यक्रम में बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स और जीव विज्ञान समेत निर्दिष्ट संख्या में प्रश्न होते हैं। NEET परीक्षा वार्षिक रूप से आयोजित की जाती है और इसे संयुक्त राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (NTA) द्वारा संचालित किया जाता है।
दोस्तो आज हम आपको बताएंगे कि Neet kya hoti hai | नीट क्या होती है और नीट क्यों की जाती है ?
Neet नीट का क्या अर्थ होता है ?
Meaning of Neet in hindi नीट का अर्थ हिन्दी में होता है : राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा जिसे इंग्लिश में National Eligibility and Entrance Test कहा जाता है | Neet 2023-24
नीट क्या होती है ? NEET Kya hoti hai ?

Neet यानि कि National Eligibility cum Entrance Test MBBS ( एम.बी.बी.एस. ) और BDS ( बी.डी.एस. ) कराने वाली राष्ट्रीय एजेंसी National Agency है जिसके माध्यम से भारत भर के अंडरग्रेजुएट ( Undergraduate ) मेडिकल स्कूल ( Medical School )में एडमिशन ( Admission )के लिए उम्मीदवार ( Candidates ) अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं। ये एक अकेला only ऐसा टेस्ट है, जिसको देकर आप AIIMS – All India Institute Of Medical Science जैसी बड़ी एमबीबीएस यूनिवर्सिटी MBBS University में एडमिशन admission पा सकते हैं।
नीट से क्या बनते है?

नीट 2023 के माध्यम से सरकारी MBBS एम.बी.बी.एस, BDS बी.डी.एस, Aayush आयुष, BVSC बी.वी.एस.सी .और AAH ए.ए.च, B. Sc. Nursing बी.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रमों में 15% AIQ ए.आई.क्यू. सीटों पर प्रवेश चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) द्वारा किया जाता है। जबकि शेष 85% राज्य कोटे की सीटें State Concealing राज्य काउंसलिंग प्राधिकरण द्वारा NEET स्कोर के आधार पर आवंटित की जाती हैं।
नीट पास करने के बाद क्या होता है?

NEET पास करने के बाद, छात्रों को भारत में सभी चिकित्सा कॉलेजों और संचालित चिकित्सा संस्थानों में एडमिशन के लिए विभिन्न विकल्प उपलब्ध होते हैं। ये विकल्प निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. MBBS Course: NEET पास करने वाले छात्रों को भारत में सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में MBBS कोर्स के लिए एडमिशन मिल सकता है।
2. BDS Course: NEET पास करने वाले छात्रों को भारत में सभी सरकारी और निजी डेंटल कॉलेजों में BDS कोर्स के लिए एडमिशन मिल सकता है।
3. AYUSH Courses: NEET पास करने वाले छात्रों को भारत में सभी सरकारी और निजी AYUSH (आयुर्वेद, योग और नातुरोपैथी, सिद्ध और होम्योपैथी) कॉलेजों में एडमिशन मिल सकता है।
4. Veterinary Science: NEET पास करने वाले छात्रों को भारत में सभी सरकारी और निजी पशु चिकित्सा कॉलेजों में एडमिशन मिल सकता है।
इन सभी कोर्सेज के लिए, छात्रों को एडमिशन प्रक्रिया में उत्तीर्ण होना होता है और उन्हें विभिन्न मेडिकल कॉलेजों या संस्थानों में आवंटित किया जाता है।
NEET कितने साल की होती है?

यह Medical Science ( चिकित्सा विज्ञान ) के क्षेत्र का 4 वर्षीय ( 4 Years ) स्नातक पाठ्यक्रम है।
नीट की तैयारी करने से कौन सी नौकरी मिलती है?

NEET के जरिए मेडिकल स्टूडेंट अपनी एमबीबीएस की डिग्री को अपने स्पेशलाइजेशन की फील्ड में पूरा कर सफल डॉक्टर बन सकते हैं और सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में काम कर सकते हैं. एमबीबीएस के अलावा, NEET के जरिए बीडीएस कोर्स की डिग्री हासिल कर डेंटिस्ट बना जा सकता है.
नीट करने में कितना पैसा लगेगा?

NEET करने में आवेदन शुल्क वर्ष से वर्ष बदलते रहते हैं लेकिन इसका आम रूप से कोई फिक्स शुल्क नहीं होता है। विभिन्न श्रेणियों और आवेदन की स्थिति के अनुसार शुल्क में अंतर होता है।
2022 के लिए NEET UG का आवेदन शुल्क निम्न रूप से है:
जनरल/OBC श्रेणी के लिए: 1500 रुपये
SC/ST/PwD/Transgender श्रेणी के लिए: 800 रुपये
इसके अलावा, छात्रों को NEET की तैयारी के लिए कोचिंग क्लासेस लेने, बुक्स खरीदने, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज या अन्य संबंधित अध्ययन सामग्री के लिए खर्च भी करने पड़ सकते हैं।
नीट का पेपर कौन दे सकता है?

NEET का पेपर देने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड होने आवश्यक होते हैं:
राष्ट्रीयता: आवेदक को भारतीय नागरिक होना आवश्यक होता है।
आयु सीमा: आवेदकों की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए और उनकी जन्मतिथि 1 अक्टूबर 2006 से पहले होनी चाहिए। अन्य पात्रता मानदंडों के साथ-साथ, आवेदकों की उच्चतम आयु सीमा नहीं होती है।
शैक्षणिक योग्यता: आवेदक को 12 वीं कक्षा की परीक्षा पास करनी होगी या उसके समकक्ष परीक्षा की योग्यता होनी चाहिए।
इसके अलावा, आवेदकों को नीट के आवेदन पत्र को समय से पहले भरकर जमा करना होगा और उन्हें अपनी आवेदन शुल्क भी जमा करना होगा।
क्या मैं 10वीं के बाद नीट दे सकता हूं?

नहीं, आप 10वीं के बाद नीट दे सकते हैं। NEET के लिए शैक्षणिक योग्यता के रूप में, आपको 12वीं कक्षा की परीक्षा या उससे समकक्ष परीक्षा पास करना आवश्यक होता है। इसलिए, यदि आप NEET के लिए योग्यता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको 10वीं के बाद 11वीं और 12वीं कक्षाएं पूरी करनी होंगी।
मैं नीट के बिना भारत में डॉक्टर कैसे बन सकता हूं?

भारत में एक डॉक्टर बनने के लिए, आपको नीट या किसी अन्य मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एमबीबीएस (MBBS) कोर्स में प्रवेश करना होगा। नीट या अन्य मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम के अलावा, आप भारत में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए अन्य एंट्रेंस परीक्षाओं जैसे AIIMS, JIPMER आदि दे सकते हैं।
इसके अलावा, यदि आपके पास विदेशों में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश करने के लिए योग्यता है, तो आप वहाँ भी प्रवेश ले सकते हैं। हालांकि, विदेश में मेडिकल कॉलेजों में अधिकतर फीस बहुत अधिक होती है और वहाँ से प्राप्त डिग्री की मान्यता भी भारत में स्वीकृत नहीं होती है, इसलिए अपने निर्णय को लेते समय आपको ध्यान से सोचना होगा।
मैं कैसे neet के बिना एक डॉक्टर बन सकता हूँ ?

अगर आप NEET के बिना एक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आप अन्य चिकित्सा कोर्स की ओर देख सकते हैं जिन्हें NEET के बिना भी अपनाया जा सकता है। उनमें कुछ उदाहरण हैं:
बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) – यह भारत में चल रहे अनुसंधानों और प्रथमिक चिकित्सा की परंपराओं पर आधारित है। इसमें आप आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, योग आदि सीखते हैं।
बैचलर ऑफ होमियोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) – इसमें आप होम्योपैथी चिकित्सा और अन्य संबंधित विषयों का अध्ययन करते हैं।
बैचलर ऑफ नेटुरोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BNYS) – यह एक अन्य अधिकृत चिकित्सा पदार्थ है जिसमें योग, आहार, पर्यावरण तथा जनसंख्या स्वास्थ्य का अध्ययन होता है।
बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (B.Sc. Nursing) – इसमें आप नर्सिंग के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखते हैं जो मरीजों की सेवा करते हैं।
नीट परीक्षा में कितने घंटे होते हैं?

NEET परीक्षा कुल 3 घंटे की अवधि की होती है। परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती है और अधिकतम 180 प्रश्न होते हैं, जो मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्न होते हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक और गलत उत्तर के लिए 1 नकारात्मक अंक होता है। परीक्षा के लिए कुल समय दो घंटे 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है जिसमें उम्मीदवार ऑप्टिकल या वस्तुओं को परीक्षा हॉल से बाहर ले जाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितने छात्र नीट पास करते हैं?

प्रतिवर्ष NEET परीक्षा के लिए लाखों छात्र पंजीकृत होते हैं। इसके बाद उनमें से कुछ हजार छात्र परीक्षा में सफल होते हैं। 2020 में, कुल 15.97 लाख छात्र NEET परीक्षा में शामिल हुए थे जिसमें से 7.71 लाख छात्रों ने पास किया था। इससे पहले वर्ष 2019 में, कुल 14,10,755 छात्र NEET परीक्षा में उपस्थित हुए थे जिसमें से 7,97,042 छात्रों ने पास किया था।
भारत में MBBS की फीस कितनी है?

भारत में MBBS की फीस विभिन्न सरकारी और निजी कॉलेजों में भिन्न होती है। सरकारी कॉलेजों में फीस काफी कम होती है जबकि निजी कॉलेजों में फीस अधिक होती है।
सरकारी कॉलेजों में MBBS की सालाना फीस कुछ हजार रुपये से शुरू होती है और निजी कॉलेजों में सालाना फीस लाखों तक हो सकती है।
अन्य खर्चों के साथ सालाना कुल खर्च भी भिन्न हो सकता है और इसमें किताबें, फील्ड वर्क, यात्रा और विभिन्न अन्य शुल्क शामिल हो सकते हैं।
इसलिए, MBBS की कुल फीस विभिन्न संस्थानों के आधार पर भिन्न होती है और विद्यार्थी की इच्छाओं और अधिकारों पर भी निर्भर करती है।
12वीं के बाद नीट की तैयारी कैसे करें?

12वीं के बाद नीट की तैयारी करने के लिए निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:
सिलेबस की समझ: नीट सिलेबस को ध्यान से समझें और परखें कि आपके पास सिलेबस के अनुसार सार्वजनिक परीक्षा के लिए कोई किताबें उपलब्ध हैं या नहीं।
अध्ययन सामग्री: उपलब्ध नोट्स, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों, सिलेबस के अनुसार किताबें और इंटरनेट आदि का उपयोग कर समझदारी से अध्ययन करें।
अभ्यास: अधिक से अधिक अभ्यास करें ताकि आप प्रश्नों के पैटर्न, समय व्यवस्था और परीक्षा में दबाव के तहत काम करना सीख सकें।
मॉक टेस्ट: नीट के मॉक टेस्ट सीरीज में शामिल हों और तैयारी के स्तर का अनुमान लगाएं। मॉक टेस्ट आपको अपनी तैयारी की स्थिति का अंदाजा लगाने में मदद करते हैं।
आत्मविश्वास: आत्मविश्वास बनाए रखें। आप जो भी करते हैं उसमें सक्षम हैं। नकारात्मक सोच को दूर रखें।
आराम: अधिक से अधिक आराम करें।
नीट करने से क्या फायदा है?

नीट करने के कई फायदे हैं, जैसे कि:
एक उच्च शिक्षा संस्थान में एडमिशन: नीट पास करने वाले छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों में एडमिशन मिलता है।
बेहतर रोजगार के अवसर: MBBS डिग्री होने से नीट पास करने वाले छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर मिलते हैं।
आत्मनिर्भरता: नीट पास करने से छात्र आत्मनिर्भर बन सकते हैं और अपने परिवार और समाज की मदद कर सकते हैं।
सामाजिक उत्थान: नीट पास करने से छात्र समाज के उत्थान में मदद करते हैं।
रोगों का उपचार: नीट पास करने वाले छात्रों को रोगों का उपचार करने की क्षमता होती है।
समाज सेवा: MBBS डिग्री होने के बाद नीट पास करने वाले छात्र समाज सेवा कर सकते हैं और लोगों की मदद कर सकते हैं।
इन सभी फायदों के साथ, नीट पास करने से छात्र अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हैं।
नीट परीक्षा का फायदा और नुकसान क्या है?

नीट परीक्षा का फायदा और नुकसान निम्नलिखित हैं:
फायदे:
नीट परीक्षा से सफलता प्राप्त करने से आप एक प्रमाणित चिकित्सक बन सकते हैं जो भारत में अन्यथा नहीं हो सकता है।
नीट पास करने के बाद, आपके पास कई विकल्प होते हैं जैसे MBBS, BDS, AYUSH, आदि जिससे आप अपना करियर चुन सकते हैं।
आपको एक बहुत ही स्पष्ट रूप से परिभाषित पद्धति से शिक्षा प्राप्त होती है।
यह आपकी सीट की वैधता को सुनिश्चित करता है।
नीट के जरिए चुने गए छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करने में आसानी होती है।
नुकसान:
नीट की तैयारी करने के लिए बहुत समय और ध्यान की जरूरत होती है, जो छात्रों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है।
यदि आप नीट परीक्षा में सफल नहीं होते हैं, तो आपको अन्य विकल्पों की तलाश करने की जरूरत होती है जो आपके लिए अनुकूल नहीं हो सकते हैं।
नीट की भर्ती प्रक्रिया में कुछ छात्र अपनी सीट के लिए जानकारी को फर्जी बनाते ह
नीट का पेपर कैसे होता है?

नीट परीक्षा ऑफलाइन मोड (आवेदन पत्र ऑनलाइन होता है) में होती है जो कि तीन घंटे तक चलती है। परीक्षा का पेपर चार भागों में विभाजित होता है, जिसमें प्रत्येक भाग में फिजिक्स, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के अनुभाग होते हैं। प्रत्येक अनुभाग में 45 सवाल होते हैं जिनमें हर सवाल के लिए 4 विकल्प होते हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और हर गलत उत्तर के लिए 1 अंक काट दिया जाता है।
पूरे भारत में नीट की कितनी सीटें हैं?

भारत में नीट के माध्यम से एमबीबीएस, बीडीएस, बीएससी, बीएचएस, बीएसच, बीएसएच आदि कुछ पाठ्यक्रमों के लिए कुल 1,36,075 सीटें होती हैं।
नीट फॉर्म की कीमत कितनी है?

नीट फॉर्म की कीमत निर्धारित नहीं है क्योंकि इसे भारतीय नागरिकों और अन्य अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग निर्धारित किया जाता है। भारतीय नागरिकों के लिए, अनुमानित रूप से नीट फॉर्म शुल्क लगभग 1500 रुपये से 2500 रुपये तक होता है, जबकि अन्य अभ्यर्थियों के लिए शुल्क थोड़ा अधिक हो सकता है।
नीट परीक्षा में कौन से विषय होते हैं?

नीट परीक्षा में निम्नलिखित विषय होते हैं:
रसायन विज्ञान (Chemistry)
जीवविज्ञान (Biology)
भौतिकी (Physics)
नीट परीक्षा में प्रत्येक विषय से संबंधित प्रश्न होते हैं। जीवविज्ञान में जीवविज्ञान, जन्तुविज्ञान और वनस्पति विज्ञान से संबंधित प्रश्न होते हैं। भौतिकी में गति, ऊर्जा, ध्वनि, विद्युतविज्ञान और अन्य विषयों से संबंधित प्रश्न होते हैं। रसायन विज्ञान में रासायनिक अभिक्रियाएं, रासायनिक अभिक्रिया की गति, धातु, अधातु, धातु युग्मों, और अन्य विषयों से संबंधित प्रश्न होते हैं।
नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

नीट की तैयारी के लिए आपको अपनी तैयारी के स्तर और आपकी समझ के आधार पर अधिक से अधिक समय निर्धारित करना चाहिए। आमतौर पर, लगभग 6-8 घंटे तक प्रतिदिन अध्ययन करने की सलाह दी जाती है, जो आपके समय और शुरुआती स्तर के आधार पर बदल सकती है। समय सीमा के साथ, आपको उन विषयों के लिए समय निर्धारित करना चाहिए जो आपके लिए अधिक मुश्किल होते हैं। स्थिर रूप से अध्ययन करने के साथ, आपको उन विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जो नीट परीक्षा में ज्यादा अंक लाने में मदद करेंगे।
नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए?

नीट परीक्षा के लिए न्यूनतम अंक नहीं होते हैं, बल्कि कट ऑफ अंक प्रत्येक साल बदलते रहते हैं। कट ऑफ अंक के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए, आपको नीट के आधिकारिक वेबसाइट या अन्य संबंधित वेबसाइटों पर जाना चाहिए। उन्हें भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों द्वारा जारी किए जाने वाले कट ऑफ अंक के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
क्या नीट का पेपर हिंदी में होता है?

हाँ, नीट परीक्षा का पेपर हिंदी भाषा में भी उपलब्ध होता है। छात्र पेपर की भाषा चुन सकते हैं जो उन्हें अधिक अनुवादी लगती है, जैसे कि अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, मराठी, उर्दू, बंगाली, तमिल, कन्नड़ और तेलुगू।
नीट एग्जाम 1 साल में कितनी बार होता है?

नीट परीक्षा वर्ष में एक बार होती है।
नीट में कितने चांस मिलते है 2023?

नीट परीक्षा में चार चांस (अवसर) होते हैं। यदि कोई विद्यार्थी पहली बार परीक्षा में सफल नहीं होता है, तो उन्हें तीन अतिरिक्त अवसर मिलते हैं जिनमें वे परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
नीट का एग्जाम क्यों देते हैं?

नीट परीक्षा का मुख्य उद्देश्य भारत में चिकित्सा क्षेत्र में एडमिशन प्रक्रिया को संचालित करना होता है। इस परीक्षा के माध्यम से, भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अधिक विद्यार्थियों को चुना जाता है। नीट परीक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च शैक्षणिक स्तर और दक्षता की गुणवत्ता को बनाए रखने के साथ-साथ, भारतीय छात्रों को अन्य देशों में चिकित्सा अध्ययन के लिए भी उन्नत देशों के लिए अवसर प्रदान करता है।
नीट में कितने नंबर आने पर सरकारी कॉलेज मिलता है?

नीट में सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलना विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि आपके नंबर, आपके राज्य के कोटे और आपकी श्रेणी आदि। इसलिए, आपको अपने राज्य के नीट प्राधिकारी से संपर्क करना चाहिए और उनसे इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
क्या हम 1 साल में नीट की तैयारी कर सकते हैं?

हाँ, आप 1 साल में नीट की तैयारी कर सकते हैं। एक साल की तैयारी के दौरान, आपको ध्यान से पढ़ना चाहिए और संभवतः एक अच्छे तैयारी सामग्री का उपयोग करना चाहिए। आपको प्रतिदिन कुछ घंटे पढ़ने के साथ-साथ नीट के लिए मॉक टेस्ट भी लेने चाहिए। नीट की तैयारी में सफलता के लिए, आपको उचित नींव और सही दृष्टिकोण के साथ तैयारी करनी चाहिए।
नीट की पढ़ाई कितने दिन की होती है?

नीट की पढ़ाई की अवधि व्यक्ति के आधार पर भिन्न होती है। यह निर्भर करता है कि आप परीक्षा के कितने समय पहले तैयारी शुरू करते हैं और आपकी पढ़ाई के लिए कितना समय आपके पास है। अधिकतम लोग लगभग 6-8 महीनों तक अपनी तैयारी करते हैं, लेकिन यह भी संभव है कि आपको कम समय में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। इसलिए, आपको अपने टारगेट और उपलब्ध समय के आधार पर अपनी तैयारी की अवधि का निर्धारण करना चाहिए।
नीट का फॉर्म कैसे भरा जाता है?

नीट का फॉर्म भरने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: नीट के आधिकारिक वेबसाइट https://neet.nta.nic.in पर जाएं।
रजिस्ट्रेशन करें: फॉर्म भरने से पहले, उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक जानकारी जैसे नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करनी होगी।
आवेदन करें : उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन फॉर्म में उम्मीदवारों को व्यक्तिगत जानकारी और शैक्षणिक विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। उम्मीदवारों को फोटोग्राफ और हस्ताक्षर अपलोड करना होगा।
फीस भरें: उम्मीदवारों को आवेदन फॉर्म जमा करने से पहले फीस जमा करनी होगी। फीस जमा करने के लिए उम्मीदवारों को क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या ई-चालान के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
फॉर्म जमा करें: उम्मीदवार अंतिम तारीख से पहले ही अपना फॉर्म जमा कर दे
नीट 2023 का फॉर्म कब भरा जाएगा?

हालांकि, वर्षों के अनुभव से, आमतौर पर नीट के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म फरवरी महीने के अंत तक जारी किए जाते हैं। अधिक जानकारी के लिए नीट की आधिकारिक वेबसाइट और अधिसूचनाएं देखें।
नीट यूजी कौन दे सकता है?

नीट यूजी (NEET UG) परीक्षा भारतीय नागरिकता धारकों और विदेशी नागरिकों के लिए उपलब्ध है जो भारत में उपलब्ध चिकित्सा संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएसएमएस और बीएचएस के अध्ययन के लिए आवेदन करना चाहते हैं। उम्मीदवारों को 12 वीं कक्षा में बायोलॉजी, रसायन विज्ञान और फिजिक्स के साथ साथ अंग्रेजी भाषा में भी शामिल होना आवश्यक होता है।
नीट के बाद कितने कोर्स होते हैं?

नीट के बाद, एमबीबीएस (MBBS) या बीडीएस (BDS) कोर्स होते हैं जो मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में उपलब्ध होते हैं। इन कोर्सों की अवधि लगभग 4.5 साल से लेकर 5.5 साल तक होती है। इसके अलावा, नीट से संबंधित अन्य कोर्स भी होते हैं जो विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
कितने छात्र नीट पास करते हैं?

हर साल, लगभग 15 लाख छात्र NEET परीक्षा में उपस्थित होते हैं। इसमें से कुछ हजार छात्र परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं और नीट पास करते हैं। इस आँकड़े में अंक की कटौती, सीटों की संख्या और छात्रों की उपस्थिति के आधार पर विभिन्न होती है।
नीट की तैयारी कब से करे?

यदि आप नीट की तैयारी करने की सोच रहे हैं तो आपको शुरू से ही अच्छी तैयारी करनी चाहिए।
आपको 12 वीं के बाद से शुरू करना चाहिए और समय-समय पर पाठ्यक्रम को समाप्त करना चाहिए।
आपको नीट का पाठ्यक्रम कठिन होगा, इसलिए इसमें अधिक से अधिक समय निर्धारित करना चाहिए।
आपको समय-समय पर अपनी तैयारी का मूल्यांकन करते रहना चाहिए और अपनी कमजोरियों को और मजबूतियों को ध्यान में रखना चाहिए।
नीट एग्जाम पास करने के बाद क्या होता है?

नीट एग्जाम पास करने के बाद आप मेडिकल या डेंटल कोर्स में एडमिशन के लिए योग्य हो जाते हैं।
आप अपने रैंक के अनुसार सरकारी और निजी कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
आमतौर पर, नीट पास करने वाले छात्रों को बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड सर्जरी (MBBS) या बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) के लिए चयन किया जाता है।
नीट में कैसे प्रश्न पूछे जाते हैं?

नीट परीक्षा में प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं, यानी परीक्षार्थी को एक से अधिक उत्तर दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनना होता है।
प्रश्न पेपर में कुल 180 प्रश्न होते हैं, जो कि चार विषयों से (बॉटनी, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी) पूछे जाते हैं।
प्रश्नों का स्तर माध्यमिक विद्यालय की सामान्य विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और भौतिकी के सिलेबस पर आधारित होता है।
परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र में कुल तीन घंटे का समय दिया जाता है और प्रत्येक सही उत्तर के लिए चार अंक मिलते हैं, जबकि हर गलत उत्तर पर एक अंक काटा जाता है।
NEET के लिए क्या योग्यता चाहिए?

NEET के लिए योग्यता निम्नलिखित है:
उम्मीदवार को इंडियन नागरिक होना चाहिए या फिर ओवरसीज किंगडम नागरिक होना चाहिए।
उम्मीदवारों की आयु 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए
उम्मीदवारों को 10 + 2 स्तर की शिक्षा पूरी करनी चाहिए जिसमें विज्ञान (जीवविज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान) के साथ साथ अन्य विषय शामिल होते हैं।
उम्मीदवारों को नीट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद भी उन्हें उच्चतर अध्ययन के लिए अन्य योग्यताओं को पूरा करने की आवश्यकता होती है जैसे पीजी कोर्स, स्पेशलिटी ट्रेनिंग या डिप्लोमा कोर्स।
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